मौदहा, उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में स्थित एक कस्बा और तहसील है।
यह क्षेत्र अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। मौदहा
हमीरपुर जिले के दक्षिणी भाग में स्थित है और यहाँ की जनसंख्या मुख्यतः कृषि और व्यापार पर निर्भर है।
मौदहा बुंदेलखंड क्षेत्र में आता है, जोकि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है।
यह इलाका मुख्य रूप से पठारी क्षेत्र है, और यहाँ की जलवायु शुष्क है। गर्मियों में तापमान काफी
अधिक हो जाता है, जबकि सर्दियों में ठंड होती है।
मौदहा का क्षेत्र बुंदेली संस्कृति का प्रतीक है। यहाँ की बोली बुंदेली है,
और यहाँ की लोककथाएँ, लोकगीत, नृत्य और त्यौहार इस संस्कृति का हिस्सा हैं।
यहाँ के लोग होली, दीवाली और दशहरा बड़े धूमधाम से मनाते हैं। इसके अलावा, यहाँ
के प्रमुख मेलों में नाग पंचमी का मेला बहुत प्रसिद्ध है, जिसमें दूर-दूर से लोग आते हैं।
मौदहा में कई प्राचीन मंदिर और धार्मिक स्थल हैं। यहाँ का प्रमुख मंदिर महेश्वरनाथ मंदिर है,
जो भगवान शिव को समर्पित है। इसके अलावा, हनुमान मंदिर और दुर्गा मंदिर भी प्रमुख धार्मिक स्थल हैं।
यहाँ के धार्मिक स्थलों का महत्व यहाँ की स्थानीय जनसंख्या के धार्मिक जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।